मंगलवार, 10 मई 2022

स्व-नेतृत्व (Self-Leadership)

 

Self-Leadership : स्व नेतृत्व

 

1.      Will to be the Master of your own destinyअपने हिसाब से खुद को गढ़ने की जज्बा, मादा।

 

2.      Will to explore your highest potential –जीवन की चरम संभावनाओं को विकसित, प्रकट करने का जज्बा, भाव, मादा।

 

3.      Clarity of Goal, Life as well carrier – Inner driven, अंतःप्रेरित, न कि वाह्य प्रेरित, मौलिक, तभी प्राथमिकताएं तय, स्पष्ट।

 

4.      Time for yourself, आत्मबोध, तत्वबोध, आत्म समीक्षा, स्वाध्याय

 

 

5.      अपने समग्र विकास का प्रयास, शारीरिक, मानसिक-बौद्धिक, भावनात्म-सामाजिक, आध्यात्मिक। तकनीकी, आर्थिक।

 

6.      नित्य फिजिक्ल फिटनेस प्रोग्राम –

 

7.      नित्य मानसिक बौद्दिक विकास, विषय पर कमाँड, पकड़, विशेषज्ञ –Creative expression to your talent, inner potential - article, poem, song, dance, CREATION with your signature..

 

8.      Emotional development - भावनात्मक विकास, स्थिरता-दृढ़ता एवं – Behavioral adjustment & Skill (Winning behavior)– एक संवेदनशील इंसान, श्रोता। सबकी सुनकर साथ ले चलने की क्षमता। स्वार्थ-अहं को टीम के हित में एडजेस्ट करने की क्षमता।

 

9.      Strengthen the weakest chain of the Link (ठोक पीट कर दुरुस्त, जो भी व्यक्तित्व के कमजोर क्षेत्र)

 

10.  Follow your inner voice – अपने अंदर, ह्दय मंदिर में बैठे भगवान, सुद्गुरु, परमात्मा की वाणी।

 

11.  सार – सेल्फ कमाँड, सब्जेक्ट कमाँड, कर्तव्य पालन, स्वधर्म एवं अपना योगदान (सेवा)।।

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